Alkaline Water at Home: घर पर ऐल्कलाइन वाटर बनाना न केवल आसान है, बल्कि यह शरीर के लिए कई फायदे भी देता है। ऐल्कलाइन वाटर का पीएच स्तर 8 से 9 होता है, जो शरीर की एसिडिटी को कम करने और हाइड्रेशन को बेहतर करने में मदद करता है। यह पानी हड्डियों को मजबूत करने और ब्लड सर्कुलेशन सुधारने में भी फायदेमंद होता है।
घर पर ऐल्कलाइन वाटर बनाने के तरीके
घर पर ऐल्कलाइन वाटर बनाने के कई आसान तरीके हैं। सबसे पहला तरीका बेकिंग सोडा मिलाकर बनाना है। एक लीटर पानी में 1/8 चम्मच बेकिंग सोडा मिलाकर घोल लें, यह पानी का पीएच स्तर बढ़ाता है। इसके अलावा, ताजे नींबू के टुकड़े डालकर 8-12 घंटे छोड़ने से भी पानी ऐल्कलाइन बनता है, क्योंकि शरीर में नींबू के जैविक तत्व ऐल्कलाइन गुण पैदा करते हैं।
अगर आप प्राकृतिक तरीके से ऐल्कलाइन वाटर बनाना चाहते हैं, तो खीरा डालकर पानी पीना एक अच्छा विकल्प हो सकता है। खीरे में कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटैशियम जैसे मिनरल्स होते हैं, जो पानी को ऐल्कलाइन बनाते हैं। वहीं, पानी को उबालने से भी उसका ऐल्कलाइन स्तर बढ़ जाता है। उबला हुआ पानी शरीर से हानिकारक टॉक्सिन निकालने में मदद करता है और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करता है।
घर पर ऐल्कलाइन वाटर के फायदे
घर पर ऐल्कलाइन वाटर पीने से शरीर में एसिडिटी कम होती है और पाचन क्रिया बेहतर होती है। ऐल्कलाइन वाटर में मौजूद मिनरल्स जैसे मैग्नीशियम और कैल्शियम हड्डियों को मजबूत बनाते हैं और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याओं से बचाते हैं। यह पानी ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है, जिससे ब्लड प्रेशर नियंत्रण में रहता है।
इसके अलावा, ऐल्कलाइन वाटर में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो शरीर में फ्री रेडिकल्स को कम करते हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करते हैं। लेकिन ध्यान रखें कि ऐल्कलाइन वाटर का सेवन संतुलित मात्रा में करें और इसे ऐल्कलाइन डाइट के साथ अपनाएं, जिससे शरीर को जरूरी मिनरल्स मिलें और सेहत में सुधार हो।