भारत की म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में लगातार विकास हो रहा है, लेकिन अभी भी कई छोटे निवेशक SIP यानी सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान से दूर हैं। इसी को देखते हुए AMFI (एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया) ने हाल ही में तीन नई पहल की घोषणा की है, जिसमें AMFI की Chhoti SIP, तरुण योजना और MITRA शामिल हैं। इन पहलों का उद्देश्य निवेशकों के लिए म्यूचुअल फंड निवेश को आसान और पारदर्शी बनाना है। खासतौर पर AMFI की छोटी SIP योजना उन निवेशकों के लिए फायदेमंद होगी, जो कम राशि से निवेश की शुरुआत करना चाहते हैं।
इस योजना के तहत ₹50 की न्यूनतम राशि से SIP शुरू करने की सुविधा दी जाएगी। इससे खासकर उन लोगों को फायदा होगा, जो पहली बार म्यूचुअल फंड में निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं। भारत में म्यूचुअल फंड का कुल AUM (एसेट अंडर मैनेजमेंट) पहले ही 65 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा पहुंच चुका है, लेकिन अभी भी निवेश को लेकर जागरूकता की कमी है। AMFI की छोटी SIP इस कमी को दूर करने में मदद करेगी और छोटे निवेशकों को भी बाजार में प्रवेश करने का अवसर देगी।
तरुण योजना: स्कूल में फाइनेंशियल लिटरेसी को मिलेगा बढ़ावा
AMFI की दूसरी पहल तरुण योजना है, जो फाइनेंशियल लिटरेसी को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई है। इस योजना के तहत स्कूलों के सिलेबस में फाइनेंशियल नॉलेज को शामिल किया जाएगा, ताकि छात्र बचपन से ही निवेश और धन प्रबंधन के बारे में सीख सकें। भारत में निवेश की कम जानकारी और वित्तीय जागरूकता की कमी के कारण कई लोग सही समय पर निवेश के फैसले नहीं ले पाते हैं।
अगर छात्रों को स्कूल से ही फाइनेंशियल मैनेजमेंट की शिक्षा मिलेगी, तो वे भविष्य में बेहतर निवेशक बन सकेंगे। AMFI की छोटी SIP की तरह, यह पहल भी वित्तीय समावेशन (Financial Inclusion) को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ा कदम साबित हो सकती है।
MITRA: अब भूल चुके Mutual Fund निवेश भी होंगे क्लेम
तीसरी और सबसे अहम पहल MITRA है, जिसका पूरा नाम Mutual Fund Investment Tracing and Retrieval Assistant है। यह पहल उन निवेशकों और उनके नॉमिनीज के लिए बेहद उपयोगी साबित होगी, जिन्होंने समय के साथ अपने म्यूचुअल फंड निवेश की जानकारी खो दी है या भूल चुके हैं।
भारत में कई मामलों में देखा गया है कि परिवार के कमाने वाले सदस्य के निधन के बाद उनके निवेश की जानकारी घरवालों को नहीं मिल पाती, जिससे निवेश की बड़ी राशि बिना किसी दावे के ही रह जाती है। MITRA पहल इसी समस्या को हल करने के लिए लाई गई है। अब निवेशक और उनके नॉमिनी अपने भूले हुए या खोए हुए म्यूचुअल फंड निवेश को आसानी से ट्रेस कर सकेंगे और क्लेम कर पाएंगे।
SEBI ने दी सफाई, छोटी SIP अनिवार्य नहीं
हालांकि, इन पहलों के बीच एक बड़ा सवाल यह भी उठ रहा था कि क्या SEBI (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) AMFI की छोटी SIP को सभी एसेट मैनेजमेंट कंपनियों (AMC) के लिए अनिवार्य बनाएगा? इस पर SEBI प्रमुख माधवी पुरी बुच ने स्पष्ट किया कि फिलहाल ऐसी कोई योजना नहीं है।
उन्होंने बताया कि ₹50 की SIP योजना को इंडस्ट्री के विभिन्न हितधारकों के सहयोग से बनाया गया है, ताकि यह एक टिकाऊ और प्रॉफिटेबल मॉडल बन सके। SEBI का उद्देश्य केवल यह सुनिश्चित करना है कि यह योजना निवेशकों के लिए लाभदायक साबित हो और लंबे समय तक टिक सके।
निष्कर्ष
AMFI की छोटी SIP, तरुण योजना और MITRA जैसी पहल भारतीय म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के लिए बड़े बदलाव ला सकती हैं। इससे छोटे निवेशकों को SIP से जुड़ने का मौका मिलेगा, छात्रों को फाइनेंशियल लिटरेसी मिलेगी और पुराने व भूले हुए निवेशों को ट्रेस करके क्लेम करना आसान होगा। यह पहल भारत में निवेश जागरूकता बढ़ाने और वित्तीय समावेशन को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।