भारत का आर्थिक सर्वेक्षण 2025 जारी, GDP ग्रोथ से महंगाई तक, जानिए पूरी रिपोर्ट!

Economic Survey 2025: आर्थिक सर्वेक्षण 2025 जारी हो चुका है, जिसमें भारत की अर्थव्यवस्था की मौजूदा स्थिति और भविष्य की संभावनाओं पर प्रकाश डाला गया है। यह रिपोर्ट वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग द्वारा तैयार की जाती है और यह आगामी बजट 2025-26 के लिए एक महत्वपूर्ण दस्तावेज़ मानी जाती है। इस बार के आर्थिक सर्वेक्षण को दो भागों में विभाजित किया गया है—पहला भाग नीति और शोध केंद्रित है, जबकि दूसरा भाग सांख्यिकीय विश्लेषण पर आधारित है।
 
भारत की GDP ग्रोथ: 2025-26 में 6.3% से 6.8% रहने का अनुमान
आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक, वित्तीय वर्ष 2025-26 में भारत की GDP ग्रोथ 6.3% से 6.8% के बीच रहने की उम्मीद है। वहीं, 2024-25 में वास्तविक GDP ग्रोथ 6.4% दर्ज की गई थी। यह संकेत देता है कि भारत की अर्थव्यवस्था स्थिर गति से आगे बढ़ रही है और वैश्विक चुनौतियों के बावजूद मजबूती बनाए हुए है।

रोजगार में सुधार, बेरोजगारी दर घटी
भारत में बेरोजगारी दर में बड़ी गिरावट देखी गई है। 2017-18 में बेरोजगारी दर 6% थी, जो अब घटकर 2023-24 में 3.2% रह गई है। यह एक सकारात्मक संकेत है कि देश में रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं और श्रम बाजार मजबूत हो रहा है। खासकर स्टार्टअप सेक्टर, डिजिटल इंडिया और MSME सेक्टर ने रोजगार सृजन में अहम भूमिका निभाई है।

हेल्थकेयर सेक्टर में सरकारी खर्च में 48% की बढ़ोतरी
सरकार ने हेल्थकेयर सेक्टर में अपने खर्च को बढ़ाया है। 2015-2020 के बीच जहां सरकारी स्वास्थ्य खर्च 29% था, अब वह बढ़कर 48% हो गया है। यह सरकार की स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिससे देश में बेहतर चिकित्सा सुविधाएं और इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित किया जा सके।

कृषि क्षेत्र में 3.8% की ग्रोथ
भारत का कृषि क्षेत्र 3.8% की दर से आगे बढ़ रहा है। खासतौर पर खरीफ फसल उत्पादन में अच्छी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इसके अलावा, पशुपालन, मछली पालन और बागवानी ने भी कृषि विकास में अहम योगदान दिया है। सरकार द्वारा किसानों के लिए नीतिगत सुधार और तकनीकी सहायता से इस क्षेत्र में तेजी आई है।

सौर और पवन ऊर्जा में 15.8% की बढ़ोतरी
भारत में नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में जबरदस्त विकास हुआ है। दिसंबर 2024 तक सौर और पवन ऊर्जा उत्पादन में 15.8% की वृद्धि दर्ज की गई, जो भारत की ग्रीन एनर्जी नीति की सफलता को दर्शाता है। यह सरकार की ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम है।

निर्यात क्षेत्र में 6% की बढ़त
भारत का कुल निर्यात 6% बढ़ा है। इसमें कृषि, विनिर्माण और सेवा क्षेत्र का अहम योगदान रहा। सर्विस एक्सपोर्ट में भी पिछले साल की तुलना में अच्छी बढ़ोतरी हुई है, जिससे विदेशी मुद्रा भंडार को मजबूती मिली है।

महंगाई पर कंट्रोल, लेकिन खाद्य वस्तुओं की महंगाई चिंता का विषय
रिपोर्ट के अनुसार, भारत में खुदरा महंगाई दर घटी है, लेकिन खाद्य वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि चिंता का विषय बनी हुई है। खाद्य मुद्रास्फीति (Food Inflation) में बढ़ोतरी हुई है, जिससे आम जनता को दैनिक खर्च में बढ़ोतरी का सामना करना पड़ सकता है।

निष्कर्ष:
आर्थिक सर्वेक्षण 2025 यह दिखाता है कि भारत की अर्थव्यवस्था स्थिर और मजबूत बनी हुई है। GDP ग्रोथ संतोषजनक, रोजगार के अवसर बढ़ रहे, और हेल्थ व एनर्जी सेक्टर में सुधार हो रहा है। हालांकि, खाद्य महंगाई और वैश्विक आर्थिक परिस्थितियां कुछ चुनौतियां पेश कर सकती हैं। 

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