स्पैम कॉल्स और अनचाहे मैसेजेस से परेशान लोगों के लिए राहत की खबर है। अब टेलीकॉम रेगुलेटर TRAI ने नए और सख्त नियम लागू किए हैं, जिससे टेलीकॉम कंपनियों पर इन कॉल्स को रोकने का दबाव बढ़ेगा। अगर कंपनियां नियमों का पालन नहीं करती हैं, तो उन्हें 2 लाख से 10 लाख रुपये तक का जुर्माना भरना पड़ेगा।
TRAI का बड़ा एक्शन
ट्राई ने टेलीकॉम कमर्शियल कम्युनिकेशन कस्टमर प्रेफरेंस रेगुलेशन में बदलाव किए हैं, जिससे स्पैम कॉल्स और SMS पर रोक लगाने के लिए टेलीकॉम कंपनियों को ज्यादा जिम्मेदार बनाया गया है। नए नियमों के अनुसार, अगर कंपनियां समय पर कार्रवाई नहीं करती हैं, तो उन्हें भारी जुर्माने का सामना करना पड़ेगा।
इसके अलावा, टेलीमार्केटिंग कंपनियों को अब 10 अंकों वाले मोबाइल नंबर से कॉल करने की अनुमति नहीं होगी। प्रमोशनल कॉल्स के लिए 140 सीरीज और सर्विस कॉल्स के लिए 1600 सीरीज तय की गई है। इससे ग्राहकों को स्पष्ट रूप से पता चलेगा कि कौन-सी कॉल प्रमोशनल है और कौन-सी जरूरी।
ग्राहकों को मिलेगी ज्यादा ताकत
TRAI ने नए नियमों में ग्राहकों को भी ज्यादा अधिकार दिए हैं। अब किसी भी स्पैम कॉल्स की शिकायत करने के लिए 3 दिन की बजाय 7 दिन का समय मिलेगा। इसके अलावा, ग्राहक सीधे DND ऐप से भी शिकायत दर्ज करा सकेंगे, जिससे कार्रवाई और तेज होगी।
सबसे खास बात यह है कि TRAI ने स्पैम कॉलर्स को ब्लैकलिस्ट करने की समय सीमा भी बढ़ा दी है। पहले यह सीमा 1 साल थी, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 2 साल कर दिया गया है। इससे स्पैमर्स पर ज्यादा सख्ती बरती जाएगी और अनचाहे कॉल्स से राहत मिलेगी।
नियम कितने कारगर होंगे?
हालांकि, पहले भी कई नियम बनाए गए थे, लेकिन स्पैम कॉल्स की समस्या बनी रही। अब देखना होगा कि नए कड़े नियम कितनी असरदार साबित होते हैं। TRAI के इस नए फैसले से टेलीकॉम कंपनियों पर जिम्मेदारी बढ़ गई है, जिससे ग्राहकों को फायदा मिलेगा।
आपको क्या लगता है, क्या ये नए नियम स्पैम कॉल्स और SMS की समस्या को पूरी तरह खत्म कर पाएंगे? अपनी राय हमें कमेंट में जरूर बताएं।